हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव और परिणाम 2022
ब्यूरो : हाल ही में 12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों हेतु मतदान हुआ। जहाँ एक तरफ प्रदेश में रिकार्ड मतदान हुआ (75.6%), वहीं दूसरी तरफ 2017 में 81.42% मतदान वाले द्रंग विधानसभा क्षेत्र में इस बार 79.27% ही मतदान हो सका। द्रंग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कद्दावर नेता 8 बार के विधायक कांग्रेस सरकार में मंत्री और पूर्व के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर आते हैं, जिन्हें 2017 के विस चुनावों में उनके ही चेले जवाहर ठाकुर ने 6541 मतों से हराया था और उनके ही दूसरे चेले पूर्ण चंद ठाकुर जो अब भाजपा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं ने उस दौरान निर्दलीय चुनाव लड़कर कौल सिंह ठाकुर को हराने में एक अहम भूमिका निभाई थी।
अगर उस दौरान (2017) पूर्ण चंद ठाकुर कांग्रेस से बगावत न करके कौल सिंह ठाकुर का साथ देते तब भी कौल सिंह ठाकुर 1,131 मतों से चुनाव हार जाते, क्योंकि 2017 के विस चुनावों में पूर्ण चंद ठाकुर ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर 7,672 मत प्राप्त किए थे। जिस तरह से पूर्ण चंद ठाकुर और जवाहर ठाकुर चुनाव प्रचार के दौरान मतभेद भुलाकर साथ चले कहीं ऐसा न हो कि इस बार भाजपा का इस सीट पर जीत का अंतर दोगुना हो जाए और कौल सिंह ठाकुर एक बार फिर चुनाव न हार जाएं।
द्रंग विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी एक और रोचक बात है और वो ये कि भाजपा ने इस विधानसभा क्षेत्र में मूल संगठन से जुड़े नेताओं को कम और कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए नेताओं को जादा बार टिकट दिए हैं। 2017 में कौल सिंह को हराने वाले जवाहर ठाकुर भी कांग्रेस की पृष्ठ भूमि से आते हैं और पूर्ण चंद ठाकुर भी कांग्रेस के ही बगावती नेता हैं। जवाहर ठाकुर और पूर्ण चंद ठाकुर की बात की जाए तो ये दोनों नेता ही कौल सिंह ठाकुर से राजनीतिक गुर सीखकर नेता बने हैं।
अगर वर्तमान परिस्थितियों की बात की जाए तो इस बार द्रंग विधानसभा क्षेत्र में 79.27% मतदान हुआ है जो 2017 के मुकाबले कम है और कम मतदान में परिवर्तन कम ही देखने को मिलता है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि विधायक जवाहर ठाकुर और भाजपा टिकट पर अभी चुनाव लड़ रहे पूर्ण चंद ठाकुर की जुगलबंदी कहीं गुरु कौल सिंह ठाकुर का मुख्यमंत्री बनने का सपना न तोड़ दे, क्योंकि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो कौल सिंह ठाकुर भी सीएम पद के दावेदारों में से एक हैं, इसका प्रमाण कौल सिंह ठाकुर भी कई बार मंचों और मीडिया संबोधनों में देते रहे हैं।
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