संवाद भारत : हिमाचल प्रदेश राज्य सचिवालय में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एवं उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी विधायकों से उनके क्षेत्रों की खामियों के बारे में पूछा तथा सामूहिक रूप से हुई इस पहली ही बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ा फैसला कर डाला हिमाचल सदन और हिमाचल भवन चंडीगढ़ और दिल्ली में आम लोगों से जितने पैसे लिए जाते हैं उतने ही पैसे अब विधायकों से विधायक जनों के परिवारों से वसूले जाएंगे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह भी कहा कि हिमाचल सदन हिमाचल भवन चंडीगढ़ और दिल्ली में विधायकों को जो भी सुविधाएं मिलती हैं या विधायक जनों के परिवारों को जो भी सुविधाएं मिलती हैं उस फैसले को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाता है।
गौरतलब रहे पिछले कल भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शपथ ग्रहण करने के बाद राज्य सचिवालय में पदभार ग्रहण करने नहीं गए थे बल्कि उसके बजाय एक नई परंपरा स्थापित करने टूटीकंडी में स्थित बालिका आश्रम में पहुंचे थे जहां पर उन्होंने पहली ही घोषणा ₹51000 की की थी। आज भी जिस तरह से विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के तौर पर जिस तरह का फैसला वीआईपी कल्चर को समाप्त करने के लिए लिया गया है प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह भी कहा कि यह तो अभी पहला फैसला है अभी कैबिनेट का विस्तार भी होना है। जैसे ही कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा उसके बाद पहली ही बैठक में हमने जो वादे पूरे करने का वादा किया है उन वादों पहली ही बैठक में पूरा किया जाएगा।