27 नवम्बर 2022 ,अहमदाबाद : केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुजरात विधानसभा चुनावों में आज अहमदाबाद में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि भाजपा को भरोसे का दूसरा नाम है और गुजरात में फिर से विशाल बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी।
अनुराग ठाकुर बोले विगत दो दशकों से ज़्यादा समय में गुजरात ने सुशासन व सेवा भाव से सरकार चलाई है। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में गुजरात दंगा, अराजकता, माफियाराज और भ्रष्टाचार के जंजाल से मुक्त होकर प्रगति के अभूतपूर्व पथ पर आगे बढ़ा है। गुजरात ने देश के सामने विकास का एक सफल मॉडल प्रस्तुत किया है। आज देश भर में भाजपा भरोसे का दूसरा नाम बन चुकी है। प्रधानमन्त्री मोदी व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल की नीतियों में है गुजरात की जनता को भरोसा। भारतीय जनता पार्टी की चुनावी सभाओं में उमड़ी जनता की भारी भीड़ स्पष्ट करती है कि एक बार फिर गुजरात में कमल खिलने की तैयारी है।
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा“ दशकों तक राज करने वाली कांग्रेस के पास विपक्ष का नेता बनाने लायक सदस्य नहीं हैं और यही हाल कांग्रेस का गुजरात में होने वाला है।’जहां भी नंबर वन की बात आती है गुजरात आगे रहता है। जब कोई कृषि के क्षेत्र में डबल डिजिट ग्रोथ नहीं देख पाता था तब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गुजरात में वह ग्रोथ दिखी, जब कोई बड़े बांध बनाने का सपना नहीं देखता था तब नर्मदा बांध बना, दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी गुजरात में है, पहली बुलेट ट्रेन गुजरात में और एक्सपोर्ट के मामले में भी गुजरात नंबर वन है।’
अनुराग ठाकुर ने भाजपा के संकल्प पत्र में किये गए वादों को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि ‘बेटियों के लिए मुफ्त होगी केजी से पीजी तक की शिक्षा। मेधावी छात्राओं के लिए स्कूटी मुफ्त में मिलेगी। 60 साल से अधिक उम्र की बुजुर्ग महिलाओं को बस में मुफ्त सेवा मिलेगी।’ इसके अलावा अनुराग ने कहा, ‘हमने गुजरात को एक ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी बनाने का संकल्प लिया है। भारत की 5 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी में गुजरात का भी बहुत बड़ा सहयोग होगा।’ केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गुजरात में अगले 5 वर्षों में 20 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा और एक लाख महिलाओं को सरकारी नौकरी अगले 5 साल में देंगे। आयुष्मान भारत की तर्ज पर गुजरात में 10 लाख रुपए तक का इलाज बिल्कुल मुफ्त में किया जाएगा तथा मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण के लिए एक हजार करोड़ रूपए खर्च किये जाएंगे।