संवाद भारत : प्रेम कुमार धूमल के चुनाव हारने के बाद जयराम ठाकुर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे और भाजपा में एक नया युग शुरु हुआ था। कुछ ऐसा ही कांग्रेस में भी देखने को मिला जब 2022 में कांग्रेस सत्ता में आई वीरभद्र सिंह के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। अब कांग्रेस में भी नए युग की शुरुआत मानी जा रही है क्योंकि कांग्रेस में अब तक शिमला संसदीय क्षेत्र से ही मुख्यमंत्री रहे हैं, चाहे वो यशवंत सिंह परमार हों, ठाकुर रामलाल हों या फिर वीरभद्र सिंह हों।
बहरहाल सुखविंदर सिंह सुक्खू की बात करें तो सुक्खू कांग्रेस में परिवारवाद से नहीं अपितु धरातल से उठे हुए नेता माने जाते हैं। वर्ष 1989 से 95 तक NSUI के अध्यक्ष एनएसयूआई के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले यूथ कांग्रेस और फिर हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष बने। इससे पहले वर्ष 1992 और 1997 में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नगर निगम शिमला के पार्षद का चुनाव भी जीता।
वर्ष 2003 में सुखविंदर सिंह सुक्खू अपना पहला चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। इसके बाद 2007 में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लगातार दूसरी बार चुनाव जीता। परंतु 2012 में सुखविंदर सिंह सुक्खू अपना चुनाव हार गए और अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के समकक्ष 2013 में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बने।इस दौरान कई बार सुखविंदर सिंह सुक्खू और वीरभद्र सिंह के बीच लगातार तनातनी की खबरें सामने आती रहीं।सभी को लगा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू की राजनीति अब खत्म हो जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सुक्खू ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर संगठन में रहकर कांग्रेस को मजबूती देने का काम किया।
अब आया वर्ष 2017 जब सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ी वापसी की और चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा हिमाचल कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष की कमान सौंपी गई और उसी समय से ही यह तय माना जा रहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो इस बार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हो सकते हैं।
सुक्खू के सामने अभी एक और चुनौती थी वो थी अपना चुनाव जीतने की।सुक्खू अपना चुनाव तो जीते ही जीते अपने द्वारा जिन कांग्रेस उम्मीदवारों को टिकट दिलवाया था उनको भी जितवाया।चुनाव में जीत हासिल करने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू का मुख्यमंत्री पद के लिए सीधा मुकाबला प्रतिभा सिंह से माना जा रहा था।
बावजूद इसके सुखविंदर सिंह सुक्खू अपनी राजनीतिक समझ, संगठन पर पकड़, विधायकों के समर्थन और आलाकमान के आशीर्वाद से को प्रदेश के शीर्ष पद पर बैठेंगे। यह पहली बार है जब कांग्रेस में मुख्यमंत्री शिमला संसदीय क्षेत्र से नहीं बल्कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से बना है। और इसी संसदीय क्षेत्र और जिला हमीरपुर से भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्र में कद्दावर मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर आते हैं।
इसके अलावा सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश में बिना मूछों के मुख्यमंत्री कि मिथ्या को भी तोड़ दिया और मूंछ वाले पहले मुख्यमंत्री बने।