संवाद भारत : परवाणू में चुनाव प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक के बाद अब भाजपा 4 दिसंबर को सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों के साथ जीत हार का आकलन करने जा रही है। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, संगठन मंत्री पवन राणा व पार्टी के कई दिग्गज नेता भी शामिल रहेंगे।
<span;>मतगणना से 3 दिन पहले होने जा रही इस बैठक के सियासी मायने यह निकाले जा रहे हैं कि भाजपा इस बैठक के माध्यम से अपनी स्थिति प्रदेश के चुनाव में स्पष्ट कर लेगी कि मिशन रिपीट होगा या फिर नहीं। गौरतलब रहे भाजपा के आधे से ज्यादा पदाधिकारी और प्रत्याशी दिल्ली एमसीडी और गुजरात चुनावों में हिस्सा लेने के बाद बाद 4 दिसंबर की बैठक में भाग लेंगे।
भाजपा के लिए रिवाज बदलना बड़ी चुनौती !
भाजपा के सामने हिमाचल प्रदेश में रिवाज बदलना बड़ी चुनौती इसलिए मानी जा रही है क्योंकि भाजपा के ही कद्दावर नेता पानी और सड़क वोले मुख्यमंत्री भी यह कारनामा नहीं कर पाए थे। अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष पहली बार मुख्यमंत्री रहते हुए लगातार दूसरी बार सत्ता में आना किसी युद्ध को जीतने से कम नहीं। खासकर तब जब अपने ही पार्टी के 21 कद्दावर नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हों। दावा दोनों पार्टियां जीत का कर रही है लेकिन 8 दिसंबर को आने वाले नतीजे ही यह तय करेंगे कि आखिर सत्ता का ऊंट किस करवट बैठेगा।