SMC अध्यापक संघ द्वारा शिक्षा सचिव हिमाचल प्रदेश सरकार को SMC अध्यापकों ने नियमित करने के संदर्भ में अल्टीमेटम दिया गया और साथ ही प्रेस वार्ता करके मीडिया के माध्यम से भी अपनी मांग को सरकार तक पहुंचाया इस बाबत अध्यापकों द्वारा यह बात कही गई है कि 2555 SMC अध्यापक 2012 से निरंतर प्रदेश के विद्यालयों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और सरकार द्वारा कोई भी नीति न बनने के कारण अभी तक शोषण के शिकार हो रहे हैं जबकि अन्य सभी अस्थाई अध्यापक PTA, PAT,PARA व उर्दू पंजाबी पीरियड आधार तथा तकनीकी शिक्षा में पीरियड आधार शिक्षकों को कम अंतराल में ही नियमित किया जा चुका है जबकि SMC अध्यापक बहुत ही कम वेतन में शिक्षा विभाग में सभी कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं और प्रदेश के सैकड़ो विद्यालय सिर्फ और सिर्फ SMC शिक्षकों के ही सहारे चल रहे हैं अध्यापकों द्वारा शिक्षा विभाग को यह अल्टीमेटम दिया गया है कि 30 सितंबर तक SMC अध्यापको को नियमित नीति में लाया जाए,अन्यथा 2 अक्टूबर से ही SMC अध्यापक मजबूरन अपने परिवार और बच्चो सहित सत्याग्रह आंदोलन,धरना प्रदर्शन पैन डाउन स्ट्राइक करने के लिए मजबूर होंना पड़ेगा। इस संदर्भ में SMC अध्यापकों ने विश्वास जताते हुए कहा कि सरकार ने हमें गंभीरता से सुना और सरकार हमें नियमित करेगी मुख्यमंत्री महोदय ने भी हमें आश्वासन दिया है कि SMC अध्यापको को सितंबर माह तक नियमित किया जाएगा
आप सरकार पर विश्वास रखें। इस मौके पर अध्यक्ष सुनील शर्मा, उपाध्यक्ष निर्मल ठाकुर, महासचिव बेला राम वर्मा,सचिव वेद प्रकाश ठाकुर, और सुरेश चौहान उपस्थित रहे।