मनु की नगरी मनाली अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि विश्व का एकमात्र मनु मंदिर भी मनाली में ही स्थित है। व्यास नदी के किनारे बसा यह मंदिर यहां की सांस्कृतिक ,धार्मिक व अटूट श्रद्धा का प्रतीक है।
जिस ऋषि ने प्रलय के बाद सृष्टि का पुनर्निर्माण किया था, उन्हीं के नाम परपर्यटन नगरी मनाली बसी है।
वेद और शास्त्रों के अनुसार मनु इस संसार के पहले मनुष्य थे और ब्रह्मांड की उत्पत्ति का श्रेय भी भारतीय संस्कृति में मनु ऋषि को ही दिया जाता है।
मनु ऋषि का मंदिर पर्यटन नगरी मनाली के मुख्य बाजार से करीब 3 किलो मीटर दूरी पर मौजूद है। यह मंदिर दुनियाभर में ऋषि मनु का एकमात्र मंदिर है। मनु ऋषि ने अपने जीवन के सात चक्रों को इसी क्षेत्र में बिताया था।
कुल्लू के ही शैंशर नामक जगह पर मनु ऋषि का एक और भी मंदिर है। शैंशर गांव के लोग यहां पूजा अर्चना भी करते हैं। हालांकि यह मंदिर इतना प्राचीन नहीं है, लेकिन फिर भी ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। कुल्लू वासियों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लोगों के लिए इस मंदिर के दर्शन करना एक अजूबे को देखने से कम नहीं है।
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